दुनियाँ को यथेष्ट से समझ पाना आसान नहीं है। दुनियाँ को यथेष्ट से समझ पाना आसान नहीं है।
जीवन में, हमारे आसपास चीजें होती हैं, चीजें हमारे साथ होती हैं, लेकिन केवल एक चीज जो वा जीवन में, हमारे आसपास चीजें होती हैं, चीजें हमारे साथ होती हैं, लेकिन केवल एक ची...
बदलते विश्व परिदृश्य में हमे इस पर गहन विचार की आवश्यकता है। बदलते विश्व परिदृश्य में हमे इस पर गहन विचार की आवश्यकता है।
"अरे फूंफ़ा जी, आपने तो बुआ के ही पाँव छू लिए, ही ही, हा हा" .... सास और पत्नी की एक सी कद काठी और ... "अरे फूंफ़ा जी, आपने तो बुआ के ही पाँव छू लिए, ही ही, हा हा" .... सास और पत्नी ...
"घर, महज चार दिवारे ना हो। घर, महज सजावटी ना हो। प्रेम और स्नेह से ओत पोत हो रिस्ते सिर्फ कागजी न... "घर, महज चार दिवारे ना हो। घर, महज सजावटी ना हो। प्रेम और स्नेह से ओत पोत हो ...
"माँ! एक बात बताओ यदि आपको पहला बेटा होता और आज वह कमाने लायक होता तो आपको ज्यादा खुशी होती न..?? "माँ! एक बात बताओ यदि आपको पहला बेटा होता और आज वह कमाने लायक होता तो आपको ज्याद...